खर्राटों से परेशान हैं तो आपके घर में भी मौजूद है इसका उपचार
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खर्राटे क्या है और क्यों आते हैं? – What is Snoring in Hindi?
खर्राटों से परेशान हैं तो आपके घर में भी मौजूद है इसका उपचार. खर्राटे एक कर्कश या कठोर ध्वनि है जो तब होती है जब हवा आपके गले में आराम से ऊतकों से गुजरती है, जिससे ऊतक आपके सांस लेने के दौरान कंपन करते हैं। लगभग हर कोई कभी न कभी खर्राटे लेता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह एक पुरानी समस्या हो सकती है। कभी-कभी यह एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का संकेत भी दे सकता है। इसके अलावा खर्राटे लेना आपके पार्टनर या आपके अगल बगल में सोये व्यक्ति के लिए परेशानी का सबब भी बन सकता है। खर्राटे जीवन हर कोई व्यक्ति कभी न कभी लेता है. या किसी किसी के लिए यह एक आम समस्या होती है.
जीवनशैली में बदलाव, जैसे वजन कम करना, सोते समय शराब से परहेज करना या करवट लेकर सोना, खर्राटों को रोकने में मदद कर सकता है। लगभग हर कोई कभी न कभी खर्राटे लेता है, और यह आमतौर पर चिंता की कोई बात नहीं है। खर्राटे तब आते हैं जब आप नींद के दौरान अपनी नाक और गले से हवा को स्वतंत्र रूप से नहीं ले जा सकते। यह आसपास के ऊतकों को कंपन करता है, जो परिचित खर्राटों की आवाज पैदा करता है। जो लोग खर्राटे लेते हैं उनके गले और नाक के ऊतक या “फ्लॉपी” ऊतक बहुत अधिक होते हैं जो कंपन के लिए अधिक प्रवण होते हैं। आपकी जीभ की स्थिति भी सहज श्वास के रास्ते में आ सकती है।
खर्राटे लेने के लक्षण – Snoring Symptoms in Hindi
- ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) (अवरुद्ध वायुमार्ग)
- मोटापा
- आपके मुंह, नाक या गले की संरचना के साथ कोई समस्या
- कम नींद।
- दिन में बहुत नींद आना
- सुबह का सिरदर्द
- मुश्किल से ध्यान दे
- बेचैन नींद
- रात में सीने में दर्द
- जागने पर गले में खराश
- मांसपेशियों में कमजोरी
नींद में खर्राटे लेने का क्या कारण है? Snoring Causes in Hindi
मोटापा: मोटापे के कारन भी खर्राटे आने लगते है, क्यों के आमतोर पर मोटे लोगो में अधिक वजन और खर्राटे लेना केवल गर्दन की चर्बी के बारे में नहीं है। केंद्रीय मोटापा, जहां मध्य और छाती के आसपास वसा पाया जाता है, खर्राटे और स्लीप एपनिया को भी खराब करता है। ज्यदातर यह प्रॉब्लम मोटापे के कारन ही देखि गयी है. इस में ज़्यादातर पुरुष ही शामिल है. मोटापे के कारन नींद भी बहुत लगती है. और ज्यादा नींद और घहेरी नींद के कारन भी खर्राटे आने लगते है.
थकान के कारन : थकान के कारन भी खर्राटे आने लगते है. क्यों की उसकी सब से ज़रूरी वजह होती है घहेरी नींद की जिस के कारन नींद में खर्राटे की समस्या होती है. ज्यादा थके होने के कारन बॉडी के सभी पार्ट्स रिलैक्स हो जाते है और दिमाग भी सुस्त पद जाता है. जिस के कारन खर्राटे जैसे समस्या उत्पन्न होती है.
नशीली पधार्थ का सेवन: शराब, धूम्रपान और दवाएं। शराब का सेवन, धूम्रपान, और कुछ दवाएं, जैसे लॉराज़ेपम (एटिवन) और डायजेपाम (वैलियम) जैसे ट्रैंक्विलाइज़र, मांसपेशियों में छूट को बढ़ा सकते हैं जिससे अधिक खर्राटे आ सकते हैं। कोशिश किजीयें नशे वाली कोई भी चीज़ का सेवन न करे.
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया OSA : खर्राटे स्लीप एपनिया का संकेत दे सकते हैं, एक गंभीर नींद विकार जहां आपकी सांस हर रात कई बार कुछ समय के लिए बाधित होती है। सामान्य खर्राटे आपकी नींद की गुणवत्ता में उतना हस्तक्षेप नहीं करते हैं जितना कि स्लीप एपनिया, इसलिए यदि आप दिन के दौरान अत्यधिक थकान और नींद से पीड़ित हैं, तो यह स्लीप एपनिया या नींद से संबंधित श्वास संबंधी किसी अन्य समस्या का संकेत हो सकता है।
खर्राटे आना कैसे बंद करें? – खर्राटे लेना कैसे बंद करे? How To Stop Snoring In Sleep
खर्राटे आना बदन करने के लिए आप कुछ घरेलु उपाय कर सकते है. जिस के चलते आप की यह बुरी आदत से आप छुटकारा पा सकते है. खर्राटे पर किसी का कण्ट्रोल नहीं होता है. बुत अगर आप सोने से पहले कुछ घरेलु उपाय कर लेते है तो आप इस समस्या से आसानी से बाख सकते है.
अपना वजन कम करे : Body Weight Loss
यह गले में टिश्यू की मात्रा को कम करने में मदद करेगा जो आपके खर्राटों का कारण हो सकता है। आप छोटे हिस्से और अधिक स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाकर अपने समग्र कैलोरी सेवन को कम करके अपना वजन कम कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप रोजाना नियमित व्यायाम करें। आप मदद के लिए अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ को देखने पर भी विचार कर सकते हैं।
सोते समय अपनी पोजीशन: Sleeping Posture
अपनी पीठ के बल सोने से कभी-कभी जीभ गले के पिछले हिस्से में चली जाती है, जो आंशिक रूप से आपके गले से वायु प्रवाह को अवरुद्ध करती है। हवा को आसानी से बहने देने और अपने खर्राटों को कम करने या रोकने के लिए आपको केवल करवट सोना चाहिए। सोते समय पोजीशन बदल कर सोये जिस से आप ज़ोरदार खर्राटे से बच सकते है.
सोने से पहले गरम पानी से भांप ले: Hot Water Steam
सोने से अगर आप गरम पानी से भांप लेने आप को साँस लेने में कोई परेशानी होती है या नाक किसी कारन जैसे सर्दी के कारन बंद होगयी है तो आप वाटर स्टीम लेने से आप को तुरंत आराम मिलता है और खर्राटे से आप बच सकते है.
शहेद: Honey
शहद एक मजबूत रोगाणुरोधी है, जिसका उपयोग अक्सर सर्दी जैसे सामान्य संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है। शहद शांत करता है और नाक के मार्ग को खोलता है, जिससे हवा स्वतंत्र रूप से गुजरती है। जिस से आप को खर्राटे बंद करने में मदद मिलती है.
सोने से पहले नाक में देसी घी और तेल: Almond & Desi Ghee
सोने से पहले प्रत्येक नथुने में देसी घी (स्पष्ट मक्खन) या बादाम तेल (बादाम तेल) की कुछ बूंदें डालें। इससे न सिर्फ खर्राटे कम होंगे, बल्कि सिर दर्द और साइनस से भी राहत मिलेगी। इस से आप को खर्राटे कम करने में मदद मिलेगी आप इस को आजमा कर देख सकते है.
हल्दी वाला दूध और इलायची: Milk Turmeric And Cardamom
हल्दी हमारे दैनिक आहार का एक अनिवार्य हिस्सा है। जड़ी बूटी नाक और गले के ऊतकों की सूजन को रोकने में एक महान भूमिका निभाती है। उबलते दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाएं और इलाइची भी मिला सकते है. और रात को सोने से पहले गर्मागर्म पिएं।
खर्राटों का इलाज क्या है? What Is Snoring Treatment ?
उपर दिए गए उपाय को आप इस्तेमाल करके आप खर्राटे आप को राहत मिल सकती है. क्यों के यह सब घरेलु नुस्खे है इस के इस्तेमाल से आप सोते समय होने वाले खर्राटे की परेशानी से बच सकते है. इस के आलावा आप खर्राटे से बचने के लिए आयुर्वेदिक तेल (Ayurvedic Oil) का भी इस्तेमाल कर सकते है. जो के आप की खर्राटे की प्रॉब्लम को ख़तम करने में आप की मदद करता है.यह आयुर्वेदिक हर्बल जड़ी-बूटियों से तयार किया गया है. इस के इस्तेमाल से आप इस बुरी खर्राटे वाली आदत से बच सकते है. इस तेल को आप डेली सोने से पहले इस्तेमाल कर सकते है.
इस को सोने से कुछ टाइम पहले नाक में कुछ ड्रॉप्स डालना होता है. जो के आप को साँस लेने में मदद करता है आसानी से हवा को प्रियाप्त मात्र में अंदर बाहर जाने में कोई दुश्वारी नहीं होती है. जिस से आप आसानी से साँस लेते है और खर्राटे से बच सकते है.